
महत्व, इतिहास और वर्तमान परिदृश्य
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस ( 8 मार्च )
परिचय
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस प्रत्येक वर्ष 8 मार्च को मनाया जाता है। यह दिवस महिलाओं की उपलब्धियों, उनके अधिकारों और लैंगिक समानता को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है। यह केवल एक उत्सव नहीं है, बल्कि महिलाओं के अधिकारों और उनकी सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक उपलब्धियों को पहचानने का एक अवसर भी है। यह दिवस महिलाओं को सशक्त बनाने और समाज में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकार करने का प्रतीक है।
महिला दिवस का इतिहास
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का इतिहास 1900 के दशक की शुरुआत में मिलता है। इसका पहला आयोजन 1909 में अमेरिका में हुआ था, जब सोशलिस्ट पार्टी ऑफ अमेरिका ने न्यूयॉर्क में महिलाओं के अधिकारों के समर्थन में एक रैली आयोजित की थी। इसके बाद, 1910 में कोपेनहेगन में एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में क्लारा जेटकिन नामक महिला अधिकार कार्यकर्ता ने 8 मार्च को महिला दिवस के रूप में मनाने का प्रस्ताव रखा। यह प्रस्ताव सर्वसम्मति से स्वीकार किया गया, और तब से 8 मार्च को महिला दिवस के रूप में मनाया जाता है।
महिला सशक्तिकरण का महत्व
- समान अधिकार: महिला सशक्तिकरण का मुख्य उद्देश्य पुरुषों और महिलाओं के बीच समानता स्थापित करना है।
- शिक्षा का महत्व: शिक्षा से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने में मदद मिलती है।
- आर्थिक स्वतंत्रता: महिलाओं को आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनाना, उनके समग्र विकास के लिए आवश्यक है।
- स्वास्थ्य और सुरक्षा: महिलाओं के स्वास्थ्य और सुरक्षा को सुनिश्चित करना समाज की प्राथमिकता होनी चाहिए।
- राजनीतिक भागीदारी: राजनीति में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने से नीतियों और निर्णयों में लैंगिक संतुलन बना रहता है।
भारत में महिला सशक्तिकरण की स्थिति
भारत में महिला सशक्तिकरण की दिशा में अनेक प्रयास किए गए हैं। संविधान में महिलाओं को समान अधिकार दिए गए हैं, और सरकार ने अनेक योजनाएँ चलाई हैं जैसे:
- बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना – यह योजना कन्या भ्रूण हत्या रोकने और लड़कियों की शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए शुरू की गई थी।
- उज्ज्वला योजना – महिलाओं को मुफ्त गैस कनेक्शन देकर उनकी सेहत और जीवनस्तर सुधारने का प्रयास किया गया।
- महिला आरक्षण विधेयक – संसद और विधानसभाओं में महिलाओं को आरक्षण देने का प्रयास किया गया।
महिला दिवस का वर्तमान परिप्रेक्ष्य
आज महिला दिवस वैश्विक स्तर पर विभिन्न विषयों और मुद्दों पर केंद्रित होता है, जैसे लैंगिक समानता, कार्यस्थल पर महिलाओं की भागीदारी, महिलाओं के अधिकारों की रक्षा और हिंसा के खिलाफ कदम उठाना। कंपनियां, स्कूल, कॉलेज और अन्य संस्थान इस दिन को अलग-अलग तरीकों से मनाते हैं।
महिला दिवस कैसे मनाया जाता है?
- सम्मेलन और सेमिनार: इस दिन महिला अधिकारों पर चर्चा के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
- सम्मान समारोह: समाज में विशिष्ट योगदान देने वाली महिलाओं को सम्मानित किया जाता है।
- रैलियां और प्रदर्शन: लैंगिक समानता और महिला अधिकारों की मांग को लेकर कई शहरों में रैलियां निकाली जाती हैं।
- सोशल मीडिया अभियान: डिजिटल माध्यमों का उपयोग कर महिलाओं की सफलता की कहानियाँ साझा की जाती हैं।
