
प्रयागराज के अब हालात सामान्य
प्रयागराज के अब हालात सामान्य, संतों और नागा साधुओं ने किया प्रतीकात्मक अमृत स्नान
प्रयागराज में माघ मेले के दौरान मौनी अमावस्या के अवसर पर भगदड़ मचने के बाद अब हालात सामान्य हो गए हैं। 29 जनवरी, 2025 को संतों और नागा साधुओं ने संगम के तट पर प्रतीकात्मक ‘अमृत स्नान’ किया।
घटना का संक्षिप्त विवरण:
- तिथि: 29 जनवरी, 2025 (मौनी अमावस्या)
- स्थान: प्रयागराज, संगम तट
- घटना: भगदड़
- वर्तमान स्थिति: सामान्य
प्रतीकात्मक अमृत स्नान:
भगदड़ के बाद, माघ मेले में उपस्थित संतों और नागा साधुओं ने संगम के तट पर प्रतीकात्मक रूप से अमृत स्नान किया। यह स्नान शांति और व्यवस्था बनाए रखने का एक प्रयास था।
प्रयागराज माघ मेला:
प्रयागराज में माघ मेला एक वार्षिक धार्मिक मेला है जो माघ महीने (जनवरी-फरवरी) में संगम के तट पर आयोजित किया जाता है। इस दौरान लाखों श्रद्धालु गंगा नदी में स्नान करते हैं और धार्मिक गतिविधियों में भाग लेते हैं।
महत्व:
मौनी अमावस्या के दिन गंगा स्नान का विशेष महत्व है। मान्यता है कि इस दिन स्नान करने से सभी पाप धुल जाते हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
अन्य जानकारी:
- प्रयागराज में अब हालात सामान्य हैं।
- श्रद्धालु गंगा स्नान और अन्य धार्मिक गतिविधियों में भाग ले रहे हैं।
- प्रशासन द्वारा सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है ताकि आगे कोई अप्रिय घटना न हो।
