all लछिमन बान सरासन आनू। सोषौं बारिधि बिसिख कृसानु॥सठ सन बिनय कुटिल सन प्रीति। सहज कृपन सन सुंदर नीति॥1॥ श्रीराम लक्ष्मण से कहते हैं— “लक्ष्मण! धनुष-बाण लाओ, मैं इस अग्निबाण से समुद्र को सुखा दूँ।क्योंकि दुष्ट से विनय (प्रार्थना) Read More » February 26, 2025 No Comments
चोपाई पढ़े चौपाई (विद्या प्राप्ति के लिए) गुरु गृहँ गए पढ़न रघुराई। अलप काल विद्या सब आई॥ Read More » February 1, 2025 No Comments
चोपाई पढ़े चौपाई (परीक्षा में सफलता के लिए) जेहि पर कृपा करहिं जनु जानी। कबि उर अजिर नचावहिं बानी॥मोरि सुधारिहि सो सब भाँती। जासु कृपा नहिं कृपाँ अघाती॥ Read More » February 1, 2025 No Comments
चोपाई पढ़े चौपाई (जीवन में शांति और सुख प्राप्त करने हेतु) जा पर कृपा राम की होई। ता पर कृपा करहिं सब कोई॥ जिनके कपट, दम्भ नहिं माया। तिनके ह्रदय बसहु Read More » January 31, 2025 No Comments