पार्वती माता की आरती
जय पार्वती माता जय पार्वती माता।ब्रह्म सनातन देवी शुभ फल की दाता॥जय पार्वती माता अरिकुल पद्म विनाशिनि जय सेवक त्राता।जग […]
जय पार्वती माता जय पार्वती माता।ब्रह्म सनातन देवी शुभ फल की दाता॥जय पार्वती माता अरिकुल पद्म विनाशिनि जय सेवक त्राता।जग […]
कालरात्रि जय जय महाकाली।काल के मुंह से बचाने वाली॥ दुष्ट संघारक नाम तुम्हारा।महाचंडी तेरा अवतारा॥ पृथ्वी और आकाश पे सारा।महाकाली
जय जय अम्बे जय कात्यायनी।जय जग माता जग की महारानी॥ बैजनाथ स्थान तुम्हारा।वहावर दाती नाम पुकारा॥ कई नाम है कई
जय तेरी हो स्कन्द माता।पांचवां नाम तुम्हारा आता॥सबके मन की जानन हारी।जग जननी सबकी महतारी॥तेरी जोत जलाता रहूं मैं।हरदम तुझे
कूष्माण्डा जय जग सुखदानी।मुझ पर दया करो महारानी॥ पिङ्गला ज्वालामुखी निराली।शाकम्बरी माँ भोली भाली॥ लाखों नाम निराले तेरे।भक्त कई मतवाले
जय माँ चन्द्रघण्टा सुख धाम।पूर्ण कीजो मेरे काम॥चन्द्र समाज तू शीतल दाती।चन्द्र तेज किरणों में समाती॥मन की मालक मन भाती
जय अम्बे ब्रह्मचारिणी माता।जय चतुरानन प्रिय सुख दाता॥ ब्रह्मा जी के मन भाती हो।ज्ञान सभी को सिखलाती हो॥ ब्रह्म मन्त्र
शैलपुत्री माँ बैल असवार। करें देवता जय जय कार॥शिव-शंकर की प्रिय भवानी।तेरी महिमा किसी ने न जानी॥पार्वती तू उमा कहलावें।जो
अम्बे तू है जगदम्बे काली,जय दुर्गे खप्पर वाली,तेरे ही गुण गायें भारती,ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती । तेर
दुर्गा जी की आरती: ॐ जय अम्बे गौरी… जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी । तुमको निशदिन ध्यावत, हरि